रफीक खान
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक लेडी पुलिस हेड कांस्टेबल को उसके ही सरकारी मकान में मौत के घाट उतार दिया गया। यह घटना किसी और ने नहीं बल्कि उसके पति ने अंजाम दी। पति अपनी पुलिस हवलदार पत्नी पर अवैध संबंधों का शक करता था। इस बात को लेकर उनमें पिछले कई सालों से चाहे जब विवाद होता रहता था। कल उस वक्त विवाद हुआ, जब मृतका की बेटी घर पर नहीं थी। बेसबाल के बल्ले से पुलिस हवलदार पत्नी को बेरहमी के साथ तब तक पीटा गया, जब तक वह तड़प तड़प कर मर नहीं गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। The incident was carried out in the police quarters on suspicion of an illicit relationship, she died in agony
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि मृतक सविता साकेत वर्तमान में कमर्जी थाना में, प्रधान आरक्षक के पद में पदस्थ थी। जिनकी उम्र लगभग 40 वर्ष थी। उनका पति जलसंसाधन विभाग में ड्राइवर था जो खुद की गाड़ी चलाता था। महिला के दो बच्चे हैं एक बेटी उम्र 20 वर्ष और बेटा 22 वर्ष, बेटा इंदौर में पढ़ाई करता है और बेटी घटना के समय अपने ननिहाल में थी। घटना को लेकर बेटी आंचल ने मौके पर पहुंची पुलिस को बताया कि मम्मी पापा का विवाद, बीते 4 सालों से चल रहा है। मारपीट कभी नहीं हुआ करती थी, पर कल मैं घर में नहीं थी जिस कारण यह विवाद हो गया। मैं होती तो शायद यह घटना ना होती, पापा मम्मी पर अवैध संबंधों को लेकर शक करते थे, मम्मी पुलिस में है ड्यूटी करती थीं। कभी कभार देर रात होने पर शक करते थे, और विवाद करते थे। बेटी बोली पापा को फांसी की सजा होनी चाहिए, जैसे मेरी मम्मी तड़प तड़प के मरी है, इस तरह उसको भी तड़प तड़प के मरना देखना चाहती हूं। कमर्जी थाने की हेड कांस्टेबल सविता साकेत सोमवार शाम किचन में खाना बना रही थी, तभी पति वीरेंद्र साकेत ने उसकी कहासुनी हो गई। इसी दौरान वीरेंद्र ने सविता को बेसबॉल के डंडे से पीट कर मौत के घाट उतार दिया। मृतक महिला हेड कांस्टेबल का मायका सीधी शहर के पनवार चौहन टोला में है, जबकि ससुराल चुरहट थाना के मवई गांव में है। दंपती का एक बेटा और बेटी है।